My Unforgettable Journey

#MyUnforgettableJourney (Post 6) 1996 आगरा शहर में एक शायर हुआ करते थे शौक़त अकबराबादी उन्होंने इस कार्यक्रम का आयोजन किया खूब तैयारी की हमने हमारे तब के कथित मित्र उर्फ आस्तीन के सांप बदस्तूर हमारे खर्चे पर हमारे साथ थे 😂😂। सूरसदन प्रेक्षागृह में ये आयोजन सम्पन हुआ। में भी थोड़ा बेहतर हो गया कार्यक्रम बहुत शानदार हुआ। कोई तस्वीर या वीडियो उपलब्ध नहीं अखबारों की कटिंग मेरे पास है। शौक़त भाई जहां भी रहिये खुश रहिये में आपको कभी कभी याद करता हूँ। उस वक़्त के सारे स्वयम्भू धुरंधर आज अपने व्यवहार की वजह से गुमनाम हो गए ये वो वक्त था के में लोगों को फालतू में चुभने लगा था। जबकि मेरे पास बिना किसी मंज़िल के कुछ सपने थे। ईश्वर और दोस्तों का आभार के में आज वो कर रहा हूँ जो में कभी सिर्फ किस्से कहानियों में सुना करता था। 😊😊

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